sex kahani,चुदाई कहानी,chudai kahani,youn kahani,hindi sex stories,xxx story real kahani,sex story hindi,desi xxx hindi stories

LightBlog

Breaking

Thursday 15 March 2018

Didi Tera Devar Diwana



Didi tera devar diwana:
नमस्कार पाठको, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी अपनी खुशहाल जिन्दगी जी रहे होंगे | दोस्तों, मैं चुदाई की कहानी की बहुत बड़ी फैन हूँ | मैंने कई सारी कहानिया पढ़ी है और मुझे हर एक कहानी पढ़ कर ऐसा लगता है कि मैं भी आप सभी के सामने अपनी कहानी लिखू | पर ये सौभाग्य मुझे आज प्राप्त हुआ है इसलिए मैं आज आप लोगो के समक्ष अपनी कहानी लिख रही हूँ | आज जो मैं अपनी कहानी लिख रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की एक सच्ची कहानी है | मेरा नाम सरोज पाठक है और मैं जोधपुर की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 24 साल है और मैं अभी कुंवारी हूँ पर मेरी बहुत जल्द ही शादी होने वाली है | मैं दिखने में पतली दुबली हूँ पर मेरा फिगर सेक्सी है | आज जो मैं आप लोगो को अपनी कहानी सुनाने जा रही हूँ ये कहानी मेरे और मेरे होने वाले पति की है | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय ना लेते हुए अपनी कहानी शुरू करती हूँ |
ये घटना तब कि है जब मेरी दीदी ( अंकिता ) की शादी मेरे जीजा जी ( अमित ) के साथ हो रही थी | उनका एक भाई ( पिंटू ) भी है जो कि मेरी ही उम्र का है | पर उस समय हम 21 साल के थे जब मेरी दीदी की शादी हो रही थी | जब शादी की बात चल रही थी तभी से पिंटू ने मुझे लाइन देता था | वो दिखने में काफ़ी हेंडसम है इसलिए मैं भी उसे लाइन देने लगी | उसकी कद काठी और उसका रहन सहन काफ़ी हद तक रहीसो वाला हैं | मैंने तो उसे एक ही नजर में पसंद कर ली थी और मुझे भी लगता था कि वो मुझे पसंद करता है | दीदी की शादी की तैयारिया चल रही थी और मैं और पिंटू अपनी अलग दुनिया में व्यस्त थे | हम दोनों ने एक दूसरे का नंबर पहले ही ले चुके थे और चोरी छुपे हम कभी भी मौका मिलते ही घूमने निकल जाते थे | जब दीदी की सगाई हो रही थी तब हम दोनों हॉल के ऊपर वाले रूम में किस कर रहे थे और एक दूसरे से लिपट रहे थे | मैं भी उससे शादी करना चाहती थी और वो भी | पर ये बात हमारे अलावा हमने किसी और को कभी पता चलने नही दिया | जब दीदी की शादी हो गयी तो विदाई के बाद मैं दीदी के साथ उनके ससुराल गयी थी कुछ दिन रुकने | उनके घर में बस मेरे जीजा जी और उनका भाई पिंटू रहते हैं | जब मैं उनके घर गयी तो पहले दिन उनके रिश्तेदारो ने हमारी काफी खातिरदारी किये और वो बस एक ही दिन रुके थे | अगले दिन जीजा जी ने मुझसे कहा कि सरोज मैं और तुम्हारी दीदी थोडा काम से जा रहे हैं जब तक तुम पिंटू के साथ शहर घूम लो | मेरे जीजा जी सीहोर में रहते हैं | तो मैंने मन ही मन में खुद से कहा कि हाँ जीजा जी मैं भी तो यही चाहती थी |
उसके बाद वो दोनों निकल गये कार से | अब घर में मैं और पिंटू ही बचे थे | पिंटू काफ़ी देर से सो कर उठता है | मैं उसके कमरे में गयी | मैंने देखा कि पिंटू सिर्फ चड्डी में सोया है और बहुत प्यारा उसका शरीर लग रहा था | मैं तुरंत उसके पास जा कर उसकी छाती में अपना सिर रख दिया वो एक दम से उठा और मुझसे कहा कि तुम यहाँ क्या कर रही हो ? तुम्हारी दीदी और मेरे भैया ने हमे ऐसा देख लिए तो क्या सोचेंगे वो | तो मैंने कहा कि तुम चिंता मत करो कोई नही है घर में | फिर उसने मुझसे पूछा कि कहाँ गए वो ? तो मैंने बताया कि वो लोग घूमने गये है | फिर उसने पूछा कि तू नही गयी ? तो मैंने उसे बताया कि जीजा जी ने मुझसे कहा है कि तुम मुझे शहर घूमने ले जाओ | तो उसने कहा कि अच्छा तो बताओ कहाँ चलना है तुम्हे ? तो मैंने उसे डायरेक्ट मुंह में बोल दिया कि मुझे घुमाना बाद में पेहले मुझे किस करने दो | उसने कहा कि रुको पहले मैं फ्रेश हो जाऊ उसके बाद ही करते हैं | मैं भी उसकी इस बात से सहमत थी तो मैंने कहा ठीक है तुम फ्रेश हो जाओ तब तक मैं तुम्हारे लिए नाश्ता गरम कर देती हूँ | फिर वो चला गया | आधे घंटे के बाद वो टिप टॉप हो कर आया | मैं उसे देखते ही रह गयी इतना गजब का लग रहा था वो | जैसे ही उसने मुझसे कहा कि नाश्ता तो मैंने उसके होंठ में अपने होंठ रख दी और उसके होंठ के रस को पीने लगी | वो भी मेरा साथ देते हुए मुझे किस करने लगा | किस करने के साथ साथ हम दोनों एक दूसरे को सहला भी रहे थे | फिर उसके बाद मैंने उसके शर्ट को खोल दी और उसके छाती को चोमने लगी | तो उसके मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया लेने लगा | फिर उसके बाद मैंने उसके जीन्स को नीचे कर दी और अंडरवियर को भी नीचे कर दी | फिर मैंने उसके लंड को अपने हाँथ में ली और चाटने लगी तो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए वो आन्हे भरने लगा | फिर मैंने उसके लंड को अपने मुंह में ली और आगे पीछे करते हुए चूसने लगी जोर जोर से तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरे मुंह को चोदने लगा |
फिर उसने मुझे खड़ा किया और मेरे टॉप को उतार दिया और मेरी ब्रा को उतारते हुए मेरे दोनों दूध को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा | मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके सिर को सहलाने लगी | वो मेरे दोनों दूध को जोर जोर से चूस रहा था और मेरे निप्पलस को होंठ से खींच खींच के चूस रहा था | मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | फिर उसने मुझे किचन में ही ऊपर बेठा दिया और मेरी जीन्स को उतार दिया और मेरी पेंटी को भी | अब हम दोनों नंगे थे एक दूसरे के सामने | अब वो मेरी टांगो को चौड़ा कर दिया और अपनी जीभ को मेरी चूत में लगा कर रगड़ रगड़ कर चाटने लगा | तो मेरे मुंह से भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | फिर उसने मेरी चूत में अपना लंड डाला और धीरे धीरे धक्के मार मार के चोदने लगा तो मैं अपनी गांड उठा उठा कर चुदवा रही और आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए चुदाई का मजा ले रही थी |
फिर उसने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया और जोर जोर से धक्के मार को चोदने लगा तो मेरे मुंह से भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए चुदवाने लगी | वो काफ़ी अच्छे से मेरी चूत को चोद रहा था और मैं एक बार झड़ चुकी थी | फिर उसने मुझे घोड़ी बना दिया और मेरे पीछे आ कर मेरे दोनों दूध को अपने हाँथ से दबाते हुए अपने लंड को मेरी चूत में डाला और चोदने लगा मैं भी उसका साथ देते हुए अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदवा रही थी और आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | फिर उसके बाद उसने मेरी गांड के ऊपर ही अपना माल छोड़ दिया |
उसके बाद हम दोनों एक बार और चुदाई की |
काफ़ी टाइम हो गया जब हमारे रिलेशन को तो हमने अपने अपने घर में बता दिया तो घर वाले भी इस बात से राजी हो गए | अब जा कर हम दोनों की शादी हो रही है |
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सभी को मेरी ये कहानी पसंद आई होगी | ये मेरी आखिरी कहानी है तो इसके बाद अब मैं कोई भी कहानी नही लिख पाऊँगी | आप सभी का मेरी कहानी पढने के लिए धन्यवाद |

No comments:

Post a Comment